राजस्थान पुलिस की सीआई कविता शर्मा ने पहुंचाया देश विरोधी गतिविधियों में शामिल, आतंक के प्रचारक को सलाखों के पीछे

जयपुर. राजस्थान पुलिस की महिला सीआई कविता शर्मा की दिन रात मेहनत से आतंकवाद का बड़ा अड्डा बनाने की तैयारी में जुटा तीस साल का युवा असरूद्दीन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह शख्स अलवर के तिजारा के बैंगनहेडी गांव में पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया है. जो टेलीग्राम पर इस्लामिक मीडिया ग्रुप बनाकर आतंकी संगठन जैश ए माेहम्मद, अलकायदा व आईएसआईएस की नीतियों को प्रसारित करता था। जिसका मकसद दूसरे लोगों को भी आतंकी संगठनों की नीतियों से प्रभावित करना और उनसे जुड़ने के लिए प्रेरित करना था. इतना ही नहीं इस युवक के पास पाकिस्तान, बर्मा व ईरान आदि देशों के नम्बर भी मिले हैं। पुलिस उस आधार पर गहनता से अनुसंधान में जुटी है।
बड़ी बात यह है कि जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया के नेतृत्व में इस पूरे मिशन को अंजाम तक पहुंचाया गया पर इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रही महिला सीआई कविता शर्मा की. जो पहले से ही इस व्यक्ति पर शक होने और मुखबीर से सूचना मिलने के बाद लगातार नजर रख रही थी. एक बेहतरीन मास्टर प्लान और सतर्कता के साथ कविता शर्मा ने तबादला कहीं भी हुआ हो लेकिन इस व्यक्ति पर लगातार अपनी पैनी नजर बनाएं रखी.
आरोपी पर देश विरोधी गतिविधियों के संचालन का आरोप है. बताया जा रहा है यह व्यक्ति टेलीग्राम ग्रुप पर ‘इस्लामिक मीडिया’ नाम से ग्रुप बनाकर युवाओं को उससे जोड़ रहा था और आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा था.
देश विरोधी आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है. जिसमें राजस्थान पुलिस की निरीक्षक कविता शर्मा की लगातार सक्रियता काम आई. उनके पास फिलहाल जयपुर रेंज के साइबर सेल कार्यालय की प्रभारी का जिम्मा है.
जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया ने बताया कि असरूद्दीन जमात में महाराष्ट्र गया था, जहां कश्मीर के कुछ लोगों के सम्पर्क में आया. जिनके विचारों से प्रेरित होकर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जोड़ना शुरू किया. और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद, अलकायदा, आईएसआईएस की नीतियों को प्रसारित कर लोगों को जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा था. यह पाकिस्तान, बर्मा, ईरान आदि देशों के नम्बरों से भी जुड़ा हुआ है जिनके बारे में अनुसंधान किया जा रहा है. यह भी अनुसंधान का विषय है कि क्या सच में इसने किन्हीं लोगों को आतंकी संगठनों में भेजा या महज यह टेलीग्राम ग्रुप तक ही सीमित था.