राजस्थान पुलिस की मेहनत लाई रंग, खात्मे की ओर पपला गैंग, गैंगेस्टर पपला के बाद उसका मोस्ट वांटेड साथी भी गिरफ्तार

जयपुर (राकेश दाधीच). लगता है राजस्थान और हरियाणा में आतंक का पर्याय बनी पपला गुर्जर गैंग की शामत आ चुकी है. यह गैंग अब खात्मे की ओर है. गैंग से जुड़े करीब 32 अपराधी सलाखों के पीछे हैं. राजस्थान केडर के एक बोल्ड सीनियर आईपीएस जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया के निर्देशन में हाल में राजस्थान और हरियाणा राज्य के छह लाख के मोस्ट वांटेड इनामी गैंगेस्टर पपला गुर्जर को 14 राज्यों के ढाई सौ से अधिक छोटे बडे शहरों में सघन आॅपरेशन चलाने के बाद गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद अब उसका मोस्ट वांटेड साथी महिपाल गुर्जर भी AK- 47, दो विदेशी पिस्टल और 30 जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है.
यह पपला गुर्जर को फंडिग करता था, और दहशत फैलाने में पपला गैंग का साथ देता था. हरियाणा के कसौला से एक खंडरनुमा मकान से उसे गिरफ्तार किया गया है. सबसे बडी बात यह है कि पपला की गिरफ्तारी से पहले उसकी गैंग से जुड़े तीस बडे अपराधी भी पुलिस गिरफ्त में हैं. जिसमें राजस्थान के कई पुलिस अधिकारियों की काफी अहम भूमिका रही. इन सबके बीच इस गैंग के मुखिया खुद पपला को जयपुर रेंज के आईजी हवासिंह घुमरिया के निर्देशन में उसकी गर्ल फ्रेंड के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. उसकी गिरफ्तारी के साथ ही राजस्थान पुलिस, सरकार और आम जनता ने बड़ी राहत की सांस ली है. अब जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया के निर्देशों पर भिवाड़ी एसपी राममूर्ति जोशी ने पपला गैंग के ही कुख्यात बदमाश महिपाल को भी गिरफ्तार कर लिया है.
जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया के निर्देशन में पपला की गिरफ्तारी के बाद से ही उसके साथी महिपाल की सघन तलाशी शुरू हो गई थी, क्योंकि यह पपला को फंडिंग में मदद करता था और अपराधों में उसका मददगार था.
हवासिंह घुमरिया के मुताबिक भिवाड़ी एसपी राममूर्ति जोशी के पर्यवेक्षण में एएसपी राजेन्द्र सिंह सिसोदिया और सिद्धांत शर्मा ने इस आपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके बाद महिपाल को गिरफ्तार कर उससे हथियार बरामद कर लिए गए.
बहरहाल लोगों के बीच सीनियर आईपीएस हवासिंह घुमरिया रियल सिंघम के नाम से चर्चा में हैं. देखना होगा क्या वास्तव में पपला गैंग का खात्मा करने में ताबूत में आखिरी कील गाड़ने में हवासिंह घुमरिया कामयाब होंगे?